स्पिक मैके का पांचवां इंटरनेशनल कन्वेंशन आईआईटी दिल्ली में - SPIC MACAY Chittorgarh
Headlines News :
Home » , , » स्पिक मैके का पांचवां इंटरनेशनल कन्वेंशन आईआईटी दिल्ली में

स्पिक मैके का पांचवां इंटरनेशनल कन्वेंशन आईआईटी दिल्ली में

Written By सम्पादक, अपनी माटी on 4 मार्च 2017 | 8:54:00 am

प्रकाशनार्थ विज्ञप्ति

स्पिक मैके का पांचवां इंटरनेशनल कन्वेंशन आईआईटी दिल्ली में 
5 से 11 जून, 2017
 अशोक जैन को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुना गया



दिल्ली स्थित मॉडर्न स्कूल में आयोजित स्पिक मैके राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हुई घोषणा के अनुसार स्पिक मैके जैसे विश्वव्यापी सांस्कृतिक आन्दोलन की नयी राष्ट्रीय कार्यकारिणी(2017-19) मनोनीत हुईकोटा,राजस्थान वासी अशोक जैन को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुना गया है। गौरतलब है कि अशोक जैन इससे पहले भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नेशनल सेक्रेटरी रह चुके हैं वे इस आन्दोलन की चार दशक की यात्रा में बीते ढाई दशक से साथ हैं। वे वर्कशॉप डेमोष्ट्रेशन के अखिल भारतीय मोड्यूल सहित आर्टिस्ट केअर ग्रुप के काम को देखेंगे। स्पिक मैके के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक जैन ने बताया कि भारत के सांस्कृतिक जगत के लिए बहुत खुशी की खबर है कि स्पिक मैके नामक छात्र सहभागी आन्दोलन अपना पाचवां अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशन आईआईटी दिल्ली में आयोजित करने जा रहा है । 5 से 11 जून 2017 तक होने वाला यह कन्वेंशन स्पिक मैके की स्थापना के चालीसवें साल में प्रवेश का भी उत्सव होगा। एक अनुमान के अनुसार इस सम्मलेन में देश-विदेश से डेढ़ हज़ार प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। सात दिवसीय इस महोत्सव में हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की समस्त विधाओं सहित क्लासिक सिनेमा, रंगमंच, साहित्य, हस्तकला और चित्रकारी से जुडी कलाओं के प्रदर्शन और कार्यशालाएं होंगी। ख्यातनाम कलाविद अपनी मंचीय प्रस्तुतियों के साथ प्रतिभागियों से संवाद करेंगे। कार्यशालाओं के माध्यम से प्रतिभागी हमारी धरोहर के विभिन्न पक्षों से रूबरू होंगे।  इस मौके पर एक कला गाँव और विशाल योग शिविर के भी आयोजन होंगे। समारोह का एक आकर्षण इसकी रातभर चलने वाली ओवर नाईट संगीतमयी प्रस्तुति होगी जिसमें नामी छह कलाकार दस जून की रात अपना कौशल दिखाएंगे।   

ख्यातनाम कलाकारों का संगम
राज्य समन्वयक माणिक के अनुसार स्पिक मैके के इस वैश्विक कला महोत्सव में कई नामचीन हस्तियाँ हिस्सा लेंगे जैसे पद्मविभूषण सम्मान प्राप्त गायक पंडित जसराज, गायिका विदुषी गिरिजा देवी, बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया, संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा, सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान, कथक गुरु पंडित बिरजु महाराज, ओडिसी गुरु विदुषी सोनल मानसिंह, फिल्म निर्देशक अददूर बालकृष्णन। पद्मभूषण पुरस्कार से नवाजे जा चुके वायलिन वादक प्रो.टी एन. कृष्णन, गायक पंडित राजन-पंडित साजन मिश्रा, मोहन वीणा वादक पंडित विश्व मोहन भट्ट, गायिका बेगम परवीन सुल्ताना, पंडवानी गायिका विदुषी तीजन बाई, विदुषी सुधा रधुरामन। इसी तरह से पद्मश्री से सम्मानित कलाकारों में भरतनाट्यम गुरु विदुषी मालविका सरुक्काई, सितार वादक उस्ताद शाहीद परवेज़, गायक पंडित उल्हास कशालकर, गायक पंडित वेंकटेश कुमार, सत्रीय नर्तक गुरु घनाकांत बोरा, ध्रुपद गायक उस्ताद एफ. वासिफुद्दीन डागर, चित्रकार एंजोली ईला मेनन, चित्रकार गुरुप्पा चेट्टी। ज्ञानपीठ विजेता डा. सत्यव्रत शास्त्री, मैग्सैसे विजेता गायक प्रो. टी.एम. कृष्णा, कुडीयट्टम नृत्यांगना कपिला वेणु जैसी कई कलाविद इस महोत्सव का आकर्षण होंगे


स्पिक मैके क्या है 

Ashok Jain
राज्य सचिव महेंद्र नंदकिशोर ने कहा है कि स्पिक मैके एक गैरराजनैतिक छात्र सहभागी सांस्कृतिक आन्दोलन है जिसने पिछले एक साल में ही देश के 300 शहरों में 5000 कार्यक्रम और अपनी 20 विदेशी इकाइयों में लगभग 300 आयोजन करवाएं हैं। यह कई सालों की परम्परा है। ग्रीष्मकाल में ही सालाना होने वाले इस महोत्सव में देश विदेश से लोग आते हैं और एक सप्ताह तक आश्रमनुमा जीवन बीताते हैं। इन सात दिनों  में शास्त्रीय संस्कृति के साथ ही लोक संस्कृति को भी उतना सिद्धत से साधा जाता है। स्पिक मैके जैसे आन्दोलन की वास्तविक गूँज इस आयोजन में ठीक से महसूस की जा सकती है।कन्वेंशन जैसा यह आयोजन इसका आदर्श नमूना है। आन्दोलन का लक्ष्य है कि 'विजन-2020' के अनुसार साल 2020 तक देश के प्रत्येक विद्यार्थी तक पहुॅंचना है।

कन्वेंशन की दिनचर्या 

राज्य सह सचिव संयम पुरी के अनुसार सम्मेलन में रोज़ाना शुरुआत प्रातः ब्रह्म मुहूर्त साढ़े तीन बजे उठने से होती है जिसके बाद 3 घंटे तक योग साधना की जाती है। प्रतिभागी नाद योग, हठ योग , ध्रुपद तथा कुटीअट्अम में से सुविधानुसार योग विधा का चुनाव कर सकते हैं। इसके तुरंत बाद कुछ देर श्रमदान करवाया जाता है जिसमें स्वच्छता तथा वातावरण को शुद्ध बनाने के लिए मेजबान और प्रतिभागी कंधे से कंधा मिलाकर कार्य  करते हैं। श्रमदान का उद्धेश्य केवल आसपास के वातावरण को उसी रूप में संजोए रखना होता है जिस रूप में मेहमानों को प्रदान किया गया था। सवेरे नौ बजे से बारह बजे तक प्रतिभागी विभिन्न कला, नृत्य और साहित्य की कक्षाओं में जाते हैं जिनका संचालन योग्य गुरुओं द्वारा किया जाता है। दोपहर के समय में चलचित्र या टॉक शो का आयोजन होता है। महोत्सव में शामें बहुत प्रभावशाली गुरुओं की प्रस्तुतियों से भरी होती है। आख़िरी दिन सभी प्रतिभागी अपनी कार्यशाला में सीखे हुए का सामूहिक रूप से प्रदर्शन करते हैं। यह सबकुछ नि:शुल्क होता है। समस्य खर्च स्पिक मैके वहन करता है। 

अनुरोध

स्पिक मैके के इस महोत्सव की समस्त गतिविधियों में आपका स्वागत है.इसके प्रचार-प्रसार में आपका सहयोग अपेक्षित है.

सादर
माणिक
समन्वयक,स्पिक मैके दक्षिणी राजस्थान
Share this article :

Our Founder Dr. Kiran Seth

Archive

Friends of SPIC MACAY

 
| |
Apni Maati E-Magazine
Copyright © 2014. SPIC MACAY Chittorgarh - All Rights Reserved
Template Design by Creating Website Published by Mas Template