प्रेस विज्ञप्ति
चित्तौड़ में बारह
सितम्बर को
ओडिसी नृत्य
के चार
आयोजन
चित्तौड़ जिले में
स्पिक मैके
ने बेंक
ऑफ़ बड़ोदा
और जुबिलंट
भरतीया फाउन्डेशन
के साथ
मिलकर कुछ
संस्कृतिपरक आयोजन करने के मन
से इस
बार की
विरासत बनायी
हैं। कलाकारों
का आना
लगातार जारी
है। कुछ
चयनित शैक्षणिक
संस्थानों के सहयोग से प्रस्तुतियों
का आयोजन
हो रहा
है। राजकीय
स्कूलों में
कार्यशालाओं के मार्फ़त सीखने का
एक काम
चलाने के
साथ ही
बड़े कलाकारों
के कुछ
विशिष्ट आयोजन
भी हो
रहे हैं।
जिले के
बच्चों को
विविध कलाओं
से रूबरू
होने का
अवसर मिल
रहा है।
बुधवार को
ओडिसी नृत्य
से जुड़े
चार कार्यक्रम
को देश
की दो
युवतम कलाकार
अंजाम देगी।
कार्यशाला गुरु गीतांजली आचार्य सुबह
दस बजे
उप्रावि खरड़ी
बावड़ी में
और बारह
बजे उमावि
गिलुण्ड में
नृत्य प्रस्तुत
करेगी।
मंगलवार को भी
गीतांजली के
ओडिसी कार्यक्रम
उमावि स्टेशन
गर्ल्स और
कुम्भा नगर
स्थित उप्रावि स्कूल
में बहुत
सफलता के
साथ हुए।
जहां गीतांजली
आचार्य ने
अपने उदबोधन
में बताया
कि हमारी
गहरे पेटे
की इस
विरासत को
समझने में
देश की
सांस्कृतिक संस्थाओं के साथ सरकार
को भी
कुछ अतिरिक्त
रूचि और
बजट के
साथ आगे
आकर संजीदगी
से सहयोग
देना चाहिए।
अब धारणाएं
बदल रही
हैं। हमारे
देश में
युवा पीढ़ी
बहुत रूचि
से शास्त्रीय
कलाओं के
प्रति अनुराग
दिखा रही
है। उपलब्ध
अच्छे गुरुओं
से विद्यार्थी
सीख भी
रहे हैं।
रुझान बहुत
आशाजनक हैं।आने
वाले वक़्त
में प्रतिभावान
कलाकारों के
लिए बहुत
से अवसर
खुलने वाले
हैं।
संभागीय समन्वयक जे
पी भटनागर
के अनुसार
इधर बिस्मिल्लाह
खान युवा
पुरूस्कार प्राप्त ओडिसी नर्तकी आरुषी
मुदगल भी
बुधवार को
अपनी दो
प्रस्तुति देंगी। जे के सीमेंट
और हिन्दुस्तान
जिंक के
संयुक्त तत्वावधान
में होने
वाले इन
आयोजनों में
सुबह नौ
बजे कैलाश विद्या विहार जेकेपुरम और दिन
में साढ़े
बारह बजे
हिंद जिंक
स्कूल के
लिए एक्जुकेटिव
क्लब में
नृत्य प्रस्तुत
करेगी। इन
प्रस्तुतियों के सूत्रधार जे के
निम्बाहेडा स्कूल सचिव आर सी
पुरोहित, प्राचार्य
राजेश मालवीय,
जिंक स्कूल
प्राचार्य बी एन कुमार होंगे।
प्रसिद्द कलागुरु
मधुप मुदगल
की बेटी
आरुषी ने
अपनी चाची
माधवी मुदगल
से ओडिसी
नृत्य की
शिक्षा ली
है। विश्वभर
में अपने
नृत्य कौशल
का परिचय
दे चुकी
आरुषी पहले
भी चित्तौड़
में आ
चुकी है।
डॉ ए एल जैन
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