प्रेस विज्ञप्ति
उड़िया संस्कृति से रूबरू हुए विद्यार्थी
चित्तौड़गढ़ स्पिक मैके द्वारा बारह सितम्बर को चार ओडिसी नृत्य प्रस्तुतियां आयोजित करवाई गयी।युवा नृत्यांगना आरुशी मुदगल ने बहुत बारीकी से अपनी मूल भंगिमा त्रिभंगी के सहारे हमारी पौराणिक कथानकों को प्रस्तुत किया।उड़ीसा की संस्कृति से ओतप्रोत इन कार्यक्रमों में उन्होंने भगवान् जगन्नाथ से जुड़े आख्यान सुनाये।साथ ही बहुत समसामयिक भाषा शैली में बच्चों को भगवान् गणेश के मंगलाचरण और कालिया मर्दन को भाव के साथ प्रदर्शित किया। आरुशी ने पहला कार्यक्रम निम्बाहेडा स्थित कैलाश विद्या मंदिर में सुबह नौ बजे दिया।वहीं दूसरा प्रदर्शन हिंद जिंक स्कूल के विद्यार्थियों के बीच जिंक नगर स्थित एक्जुकेटिव क्लब में किया। प्राचार्य बी एन कुमार के अनुसार डेढ़ गनते चले आयोजन को सभी ने बहुत सराहा। विद्यार्थियों ने मुदगल से बहुत से सवाल भी किये। प्रस्तुति में स्पिक मैके संभागीय समन्वयक जे पी भटनागर,संगीत अध्यापिका भानु माथुर ,इम्पीरियल क्लब सचिव जी एन एस चौहान,आकाशवाणी कार्यक्रम अधिकारी योगेश कानवा उपस्थित थे।
इधर गीतांजली आचार्य की ओडिसी कार्यशालाएं बुधवार को सुबह दस बजे उप्रावि खरड़ी बावड़ी में और बारह बजे उमावि गिलुण्ड में दी।आचार्य गुरुवार को भी दो प्रस्तुतियां देगी। सुबह नौ बजे उप्रावि बालिका स्कूल पुठोली में अनुराधा नारानिया और ग्यारह बजे उप्रावि डेट स्कूल में बसन्ती लाल पंचोली के निर्देशन में कार्यशालाएं होगी।
डॉ ए एल जैन
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