प्रेस विज्ञप्ति
स्पिक मैके का छठा इंटरनेशनल कन्वेंशन खड़गपुर में 3 जून से
स्पिक मैके अपने छठे अन्तर्राष्ट्रीय वार्षिक अधिवेशन आईआईटी खड़गपुर की मेजबानी में आगामी 3 जून से 9 जून तक आयोजित कर रहा है। इस दौरान विश्वभर से आने वाले लगभग 1500 छात्र छात्राएं और संस्कृतिप्रेमी आईआईटी परिसर के आश्रम जैसे वातावरण में एक सप्ताह व्यतीत करेंगे। महोत्सव में उन्हें अपनी जीती जागती संस्कृति से साक्षात्कार का एक अविस्मरणीय अनुभव मिलेगा।
राष्ट्रीय सलाहकार माणिक के अनुसार सम्मेलन में 20 से अधिक भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्यों की प्रस्तुतियाँ होंगी। पद्मभूषण सम्मान प्राप्त प्रोफेसर टी. एन. कृष्णन, विद्वान टी.वी. शंकरनारायणन, बेगम परवीन सुल्ताना, संगीतज्ञ पं. विश्वमोहन भट्ट, विद्वान विकु विनायकरम, जानेमाने रचनाकार जावेद अख्तर, पद्मश्री पुरस्कार सम्मान प्राप्त सितार वादक उस्ताद शाहिद परवेज, प्रसिद्द शास्त्रीय गायक पं. उल्हास कशालकर, पं. अजय चक्रवर्ती, सत्रीय नृत्य के जानकार गुरु घनकांत बोरा, ध्रुपद गायक उस्ताद वासिफउद्दीन डागर, प्रतिबद्ध अदाकारा और सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आज़मी, पं. सुरेश तलवलकर; केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी सम्मान प्राप्त में से हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायिका विदुषी श्रुति शाडोलिकर, विदुषी अश्विनी भिड़े देशपांडे, विद्वान शेषशट्टी शिवलिंगम, भरतनाट्यम नृत्यांगना विदुषी प्रियदर्शिनी गोविंद, संगीत कलानिधि सम्मान प्राप्त विजेता कलाकारों में से चित्रवीणा वादक विद्वान एन रविकिरण सहित प्रसिद्ध कुड़ीयट्टम नर्तक मार्गी मधु, शुभंकर बनर्जी, तबला वादक पंडित राम कुमार मिश्र हैं जो सम्मेलन में शिरकत करेंगे।
स्पिक मैके चित्तौड़गढ़ इकाई अध्यक्ष अश्रलेश दशोरा ने बताया कि अधिवेशन हेतु विश्वभर से लगभग 4000 से अधिक प्रतिभागियों का अनुरोध शामिल था जिसमें पूरे देश और विदेशों से पंजीकरण के उपरान्त 1500 प्रतिनिध चुने गए हैं। आईआईटी खड़गपुर में इन चयनित प्रतिभागियों हेतु भोजन और आवास की समस्त व्यवस्थाएं नि:शुल्क रूप से की जा रही है। युवा वर्ग में साहित्य, संगीत, कला और अपनी संस्कृति के प्रति समझ और संवेदनशीलता लाने के उद्देश्य से 1977 में डॉ. किरण सेठ द्वारा स्थापित स्पिक मैके सांस्कृतिक आन्दोलन यानी सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ़ इंडियन क्लासिकल म्यूज़िक एंड कल्चर अमंग्स्ट यूथ नाम से एक आन्दोलन है जो आज के युवावर्ग को भारतीय पारम्परिक संस्कृति के मूल रूप से परिचित कराने को प्रतिबद्ध है। विगत इकतालीस वर्षों से स्पिक मैके के द्वारा शास्त्रीय संगीत और नृत्य एवं लोक कला के कार्यक्रमों तथा कार्यशालाओं का आयोजन देश के विभिन्न स्कूल तथा कॉलेजों में होता आ रहा है। गौरतलब है कि इन सभी के अलावा क्लासिक फिल्मों का प्रदर्शन, कव्वाली, योग, विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों द्वारा वार्ता तथा ऐतिहासिक स्मारकों की पदयात्रा का भी आयोजन होता है।
अधिवेशन में छात्रों को दिग्गज कलाकारों के प्रदर्शन के साक्षी होने का तथा अपनी सांस्कृतिक विरासत और उसकी गरिमा का अनुभव करने का एक दुर्लभ अवसर भी होगा, जब वे प्रतिष्ठित गुरुओं के साथ रहते हुए उनके नैतिक मूल्यों एवं विचारों को आत्मसात करेंगे। डॉ. किरण सेठ के अनुसार यह अधिवेशन भारत की समावेशी विरासत को समझने व सराहने का एक विनम्र प्रयास है। चित्तौड़गढ़ से पच्चीस सदस्यीय दल सदस्यीय दल इकाई उपाध्यक्ष संजय कोदली के निर्देशन में हिस्सा लेगा जिसमें सत्रह विद्यार्थी, पांच अध्यापक और तीन वोलंटियर शामिल हैं। गौरतलब है पहली बार छोटी सादड़ी के ग्रामीण क्षेत्र में नवगठित हेरिटेज क्लब ऑफ़ बसेड़ा के चौदह विद्यार्थी भी इसी दल का हिस्सा हैं।
अश्रलेश दशोरा,
अध्यक्ष,स्पिक मैके चित्तौड़गढ़
अध्यक्ष,स्पिक मैके चित्तौड़गढ़
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