प्रेस-नोट
स्पिक मैके,बेंक ऑफ़ बड़ोदा
और जुबिलंट
भरतीया फाउन्डेशन
के तत्वाधान
में विजन
स्कूल ऑफ
मेनेजमेन्ट में उस्ताद् ज़मील खान
एवं ग्रुप
द्वारा सूफी
संतों की
गायकी की
प्रस्तृति दी गई। कार्यक्रम संयोजक
डॉ. विभोर
पालीवाल ने
बताया कि दीप प्रज्ज्वलन अध्यक्ष
डॉ. ए.एल.जैन,संभागीय समन्वयक
जे.पी.भटनागर मुख्य
अतिथि ज़मील
खान एवं
पूर्व नगरपालिका
अध्यक्षा आनन्द
सान्दू ने
किया।
इसके पश्चात् कॉलेज के प्रो.
मुकेश कुमावत,
प्रो. हरि
सिंह सांखला,
प्रो. लतिका
सुराणा एवं
छात्र सुंधाषु
शर्मा, संयमपुरी
एवं कालुराम
गुलगामा ने
कलाकारों का
माल्यार्पण कर स्वागत किया। डॉ.
पालीवाल ने
बताया कि
विश्व में
बहुत से
देशों में
अपनी गायकी
के जलवे
बिखेर चुके
जमिल खान
मांगनियार ने अपने 6 सदस्यीय दल
के साथ
अपनी प्रस्तुतियां
देकर छात्रो
को मंत्रमुग्ध
कर दिया।
कार्यक्रम के तहत जमिल खान
ने विभिन्न
प्रस्तुतियां जैसे राग कल्याण में
बुल्ले शाह
की बंदीश
तन में
अल्लाह मन
में अल्लाह
, सामुद्री राग (सिंधी माज) सहित
मुरकियों के
प्रयोग से
श्रोताओं का
मन जीत
लिया।बीच बीच
में शायरी
के अंदाज
और उसके
सरलीकरण ने
भी श्रोताओं
को भाव
विभोर कर
दिया।
प्रस्तुति के बीच
बहुत से
सूफी संतों
को याद
किया गया।
बीच में
श्रोताओं ने
अलगोजा वादन
और मोरचंग-खड़ताल की
जुगलबंदी जैसे
अवसरों से
भी गुजरने
का मौक़ा
मिला।श्रोताओं की पसंद पर राजस्थानी
गायकी के
मांगनियार अंदाज़ के रूप में
निम्बुडा-निम्बुडा
एवं कानुडो
नी जाने
म्हारी प्रीत
जैसे भजन
भी सुनाये।सभागार
में लगभग
तीन सौ
ही श्रोता
झूम उठे।
श्रोताओ को
भारतीय संस्कृति
के करीब
लाने के
प्रयास हेतु
विजन कॉलेज
प्रतिवर्ष स्पिक मैके के इस
प्रकार के
आयोजन करवाता
है। कार्यक्रम
का संचालन
सोनिया साहू
एवं अतिथियों
का सत्कार
प्रो. रीना,
प्रो. टीना
एवं प्रो.
अन्तिमा ने
किया। अन्त
में आभार
माणिक
ने ज्ञापित किया। उपस्थित रसिकों
में डॉ
सत्यनारायण व्यास,बी डी कुमावत,
डॉ शरद
गंगवार, अब्दुल
ज़ब्बार ,एस
के शर्मा
, रामेश्वर लाल पांड्या सहित मिडिया के
बहुत से
साथी मौजूद
थे।
संभागीय समन्वयक जे
पी भटनागर
के अनुसार
स्कंध चित्तौड़ के तत्वावधान में सात
और आठ
सितम्बर को मोहिनीअट्टम
नृत्य की
चार प्रस्तुतियां
होगी। विक्रमसीमेंट,
बिरला सीमेंट
और आदित्य
सीमेंट के
संयुक्तसहयोग से आयोज्य इन कार्यक्रमों
में देश
की जानी मानी
कोरियोग्राफर डॉ नीना प्रसाद अपने
चार सदस्यीय दल के साथ मोहिनीअट्टम
नृत्य प्रस्तुत करेगी।
अंगरेजी में
स्नातकोत्तर नीना ने संगीत के
क्षेत्र में ही शोध भी किया
है। नीना
प्रसाद कथकली
और कुचिपुड़ी नृत्य में भी पारंगत
हैं। देशभर
के साथ
ही कई प्रतिष्ठित
सेमिनारों में डॉ नीना ने
शोध पत्र
पढ़े हैं।
डॉ नीना प्रसाद
सात सितम्बर
को
सुबह नौ बजे सेन्ट्रल अकादमी स्कूल
और दिन
में बारह
बजे आदित्य
बिरला पब्लिक स्कूल आदित्यपुरम में नृत्य
पेश करेगी।इसी तरह
आठ सितम्बर
को सुबह
आठ बजे
विक्रम नगर खोर
स्थित आदित्य बिरला
पब्लिक स्कूल
में और
दिन के
बारह बजे
बिरला शिक्षा
केंद्र माधव
नगर में विद्यार्थियों
से मुखातिब
होगी। ये
सभी आयोजन
प्राचार्य समूह के अश्रलेश दशोरा,एस के
गुप्ता , ए एस
गंगवार और
जी एन
माथुर के
निर्देशन में
संपन्न होंगे।
डॉ ए एल जैन
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