प्रेस विज्ञप्ति
पद्मश्री प्रहलाद सिंह तिपानिया चौदह को चित्तौड़ में
तिपानिया की प्रस्तुतियां होंगी 4 को
तिपानिया की प्रस्तुतियां होंगी 4 को
चित्तौड़गढ़ 13 अक्टूबर 2014
स्पिक मैके की चित्तौड़ इकाई द्वारा इन दिनों चल रही विरासत श्रृंखला में चौदह अक्टूबर का दिन कबीर भजन गायकी के नाम रहेगा जिसमें देश के नामचीन लोक गायक पद्मश्री प्रहलाद सिंह तिपानिया अपनी प्रस्तुति देंगे। स्पिक मैके सचिव संयम पूरी और कर्मचारी यूनियन नेता घनश्याम सिंह राणावत के अनुसार तिपानिया सुबह सवा दस बजे हिन्द जिंक स्कूल के लिए जिंक कोलोनी स्थित एक्जूक्यूटीव हौल में अपना पहला गायन प्रस्तुत करेंगे जिसमें संगतकार के रूप में वायलिन वादक देवनारायण सारोदिया, ढोलक वादक अजय तिपानिया, हारमोनियम वादक धर्मेन्द्र तिपानिया और मंझिरा वादक मंगलेश माँगरोलिया शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम के संयोजक स्कूल प्राचार्य विवेकानंद झा और इम्पीरियल क्लब सचिव जी एन एस चौहान ने बताया कि तिपानिया जी कबीरपंथी भजनों के श्रेष्ठ गायक ही नहीं बल्कि मालवा शैली के जानकार कलाकार हैं।लुन्याखेड़ी उज्जैन में उन्नीस चौव्वन में जन्मे तिपानिया जी इतिहास में स्नातकोत्तर होने के बाद सालों से स्कूली शिक्षा में अध्यापक हैं।चौबीस की उम्र में तम्बूरे की आवाज़ से आकर्षित हो निर्गुण भाव की गायकी में कदम रखा। सबकुछ अनौपचारिक ढंग से ही सीखा। अरसे से आकाशवाणी और दूरदर्शन के ज़रिये अपनी प्रतिभा का लौहा मनवा रहे तिपानिया को विश्व कलाजगत में सम्मान से देखा जाता है। गायन और कबीर की रचनाओं के विश्लेषण से आपने लोगों को अनौपचारिक रूप से बहुत गहरा ज्ञान दिया है। कबीर के सामाजिक सुधार के काम को आगे बढाते हुए प्रहलाद सिंह जी ने कई अपने नवाचारी कौशल से गायन की इस परम्परा को बहुत मान दिया है।शिखर सम्मान और संगीत नाटक अकादमी सम्मान सहित आपको पद्मश्री पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका है।
तिपानिया का दूसरा कार्यक्रम दोपहर सवा बारह बजे विजन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट में होगा वहाँ की निदेशक डॉ. साधना मंडलोई और स्पिक मैके अध्यक्ष डॉ. खुशवंत सिंह कंग ने संयुक्त बयान में कहा कि तिपानिया जैसे लोकप्रिय और गंभीर गायक को लेकर कॉलेज में काफी उत्साह है।विद्यार्थियों द्वारा ही आयोजन की समस्त तैयारियां की जा चुकी है।इसी तरह सैनिक स्कूल के प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल अजय ढील ने बताया कि सोमवार शाम साढ़े पाँच बजे तिपानिया अपनी एक प्रस्तुति सैनिक स्कूल के शंकर मेनन सभागार में भी देंगे। डॉ. कंग ने कहा कि कबीर का सन्देश फैलाने के उद्देश्य से आपने सन उन्नीस सौ सत्तानवे में कबीर स्मारक सेवा शोध संस्थान की स्थापना भी है।इनके कई सीडी एलबम प्रकाशित-प्रसारित हो चुके हैं।तिपानिया की प्रस्तुतियां सुनने से जहां एक तरफ मध्य प्रदेश के कई गांवों में लोगों में सामाजिक जागरूकता आयी है वहीं दूसरी तरफ कुरीतियों के प्रति नकारात्मक भाव भी जागा है।
डॉ.खुशवंत सिंह कंग,अध्यक्ष,स्पिक मैके
स्पिक मैके की चित्तौड़ इकाई द्वारा इन दिनों चल रही विरासत श्रृंखला में चौदह अक्टूबर का दिन कबीर भजन गायकी के नाम रहेगा जिसमें देश के नामचीन लोक गायक पद्मश्री प्रहलाद सिंह तिपानिया अपनी प्रस्तुति देंगे। स्पिक मैके सचिव संयम पूरी और कर्मचारी यूनियन नेता घनश्याम सिंह राणावत के अनुसार तिपानिया सुबह सवा दस बजे हिन्द जिंक स्कूल के लिए जिंक कोलोनी स्थित एक्जूक्यूटीव हौल में अपना पहला गायन प्रस्तुत करेंगे जिसमें संगतकार के रूप में वायलिन वादक देवनारायण सारोदिया, ढोलक वादक अजय तिपानिया, हारमोनियम वादक धर्मेन्द्र तिपानिया और मंझिरा वादक मंगलेश माँगरोलिया शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम के संयोजक स्कूल प्राचार्य विवेकानंद झा और इम्पीरियल क्लब सचिव जी एन एस चौहान ने बताया कि तिपानिया जी कबीरपंथी भजनों के श्रेष्ठ गायक ही नहीं बल्कि मालवा शैली के जानकार कलाकार हैं।लुन्याखेड़ी उज्जैन में उन्नीस चौव्वन में जन्मे तिपानिया जी इतिहास में स्नातकोत्तर होने के बाद सालों से स्कूली शिक्षा में अध्यापक हैं।चौबीस की उम्र में तम्बूरे की आवाज़ से आकर्षित हो निर्गुण भाव की गायकी में कदम रखा। सबकुछ अनौपचारिक ढंग से ही सीखा। अरसे से आकाशवाणी और दूरदर्शन के ज़रिये अपनी प्रतिभा का लौहा मनवा रहे तिपानिया को विश्व कलाजगत में सम्मान से देखा जाता है। गायन और कबीर की रचनाओं के विश्लेषण से आपने लोगों को अनौपचारिक रूप से बहुत गहरा ज्ञान दिया है। कबीर के सामाजिक सुधार के काम को आगे बढाते हुए प्रहलाद सिंह जी ने कई अपने नवाचारी कौशल से गायन की इस परम्परा को बहुत मान दिया है।शिखर सम्मान और संगीत नाटक अकादमी सम्मान सहित आपको पद्मश्री पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका है।
तिपानिया का दूसरा कार्यक्रम दोपहर सवा बारह बजे विजन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट में होगा वहाँ की निदेशक डॉ. साधना मंडलोई और स्पिक मैके अध्यक्ष डॉ. खुशवंत सिंह कंग ने संयुक्त बयान में कहा कि तिपानिया जैसे लोकप्रिय और गंभीर गायक को लेकर कॉलेज में काफी उत्साह है।विद्यार्थियों द्वारा ही आयोजन की समस्त तैयारियां की जा चुकी है।इसी तरह सैनिक स्कूल के प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल अजय ढील ने बताया कि सोमवार शाम साढ़े पाँच बजे तिपानिया अपनी एक प्रस्तुति सैनिक स्कूल के शंकर मेनन सभागार में भी देंगे। डॉ. कंग ने कहा कि कबीर का सन्देश फैलाने के उद्देश्य से आपने सन उन्नीस सौ सत्तानवे में कबीर स्मारक सेवा शोध संस्थान की स्थापना भी है।इनके कई सीडी एलबम प्रकाशित-प्रसारित हो चुके हैं।तिपानिया की प्रस्तुतियां सुनने से जहां एक तरफ मध्य प्रदेश के कई गांवों में लोगों में सामाजिक जागरूकता आयी है वहीं दूसरी तरफ कुरीतियों के प्रति नकारात्मक भाव भी जागा है।
डॉ.खुशवंत सिंह कंग,अध्यक्ष,स्पिक मैके
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