प्रेस विज्ञप्ति
कबीरपंथी भजनों ने जीवन शैली सिखलाई
कालूराम बामणिया की गायकी ने किया कमाल
चित्तौड़गढ़। 26 जुलाई, 2018
इस अवसर पर संगतकार हारमोनियम वादक राम प्रसाद परमार, ढोलक वादक देवी दास बैरागी, नग और नगाड़ी वादक सज्जन सिहं परमार, मंझिरा वादक उत्तम सिहं बामणिया ने अपने संगीत से सभी का मन मोह लिया। अध्यक्ष अश्लेश दशोरा ने बताया कि लोक गायन की पहली प्रस्तुति बेगूं स्थित द एशियन इंटरनेशनल स्कूल में दोपहर बारह बजे हुई जिसमें स्कूल निदेशक देवी लाल धाकड़ और स्पिक मैके वोलंटियर ज्योति औदिच्य ने संयोजन किया। कलाकारों का अभिनन्दन कवि राधेश्याम मेवाड़ी, प्रगतिशील लेखक संघ के शंकर बजाड़, संगीत शिक्षक आशुतोष भट्ट सहित मदन लाल नौशालिया ने किया। बेगूं क्षेत्र में पहली बार हुए स्पिक मैके आयोजन से सभी में खुशी व्याप्त थी। समन्वयक शाहबाज पठान के अनुसार इधर बुधवार शाम मुख्य उदघाटन समारोह सैनिक स्कूल के शंकर मेनन सभागार में शाम साढ़े पांच बजे हुआ जिसमें दीप प्रज्ज्वलन और कलाकारों का अभिनन्दन वरिष्ठ सलाहकार जेपी भटनागर, डॉ. ए.एल. जैन, डॉ. नरेन्द्र गुप्ता, कर्नल रणधीर सिंह, उपाध्यक्ष रश्मि सक्सेना,ओडिसी नृत्यांगना लिप्सा सत्पती ने किया।
दोनों जगहों पर कलाकारों ने जिन भजनों को गाया उनमें ज़रा धीरे-धीरे गाड़ी हांकों मोरे राम गाड़ी वाले, मन लाग्यो मेरो यार फकीरी में, मन ने कौन विधि समझाऊँ, तू ही तू, मीरा ज़हर को प्यालो पी गयी रे, भजन बिना कैसे तिरियो सहित कई गीत शामिल थे। कलाकारों ने कबीर के साथ ही श्रोताओं की मांग पर मीरा के लिखे भी भजन गाए। स्पिक मैके यूनिट समन्वयक ज्ञानेश्वर सिंह के अनुसार समारोह का संचालन सचिव गौरव कुमावत और राष्ट्रीय सलाहकार माणिक ने किया वहीं विद्यार्थियों को सीनियर वोलंटियर महेंद्र नंदकिशोर और डॉ. राजेश चौधरी ने अपने संबोधन से स्पिक मैके आन्दोलन और कबीर की परम्परा से परिचय कराया। समारोह के आखिर में नवमनोनीत कार्यकारिणी को मंच पर आमंत्रित करके सम्मानित किया गया।उदघाटन सत्र के सूत्रधार सह सचिव हेमंत सालवी, कलाकार समन्वयक डॉ. मंगेश जोशी, सह सचिव हेमलता शर्मा थे।
अश्रलेश दशोरा
अध्यक्ष,स्पिक मैके,चित्तौड़गढ़
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