विरासत-2015 में पढ़ा जाने वाला पर्चा
स्पिक मैके चित्तौड़गढ़ द्वारा आयोजित की जा रही ये विरासत-2015 श्रृंखला हमारे हिन्दुस्तान की तीन महान विभूतियों को समर्पित है। इस कार्यक्रम के ज़रिये हम याद कर रहे हैं प्रसिद्ध कथाकार, नाटककार और उपन्यासकार भीष्म साहनी जी, लोकप्रिय वैज्ञानिक, पूर्व राष्ट्रपति और सफल शिक्षक डॉ.ए.पी.जे अब्दुल कलाम साहेब और प्रख्यात हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायिका विदुषी वसुंधरा कोमकली जी को |
भीष्म साहनी तो वैसे पंजाब में पैदा हुए थे किन्तु
हिंदी भाषा में लिखने के कारण हिंदी साहित्य जगत में रच बस गए। उनकी लिखी कहानी में
चीफ की दावत और अमृतसर आ गया याद आती है साथ ही देश के विभाजन पर केन्द्रित तमस जैसा उपन्यास और कबीर खड़ा बाजार में जैसा नाटक विशेष
रूप से चर्चित रहा। भीष्म साहनी की पहचान इस लिए भी और बड़ी हो जाती है
कि सिनेमा जगत के मशहूर अभिनेता बलराज साहनी इनके बड़े भाई थे। और ये वर्ष भीष्म साहनी जी का जन्मशताब्दी वर्ष भी है इसलिए उन्हें हमारी विशेष श्रृद्धांजलि।
मिशाइल मैन के रूप में जन–जन में चर्चित अब्दुल
कलाम बीते पहले हमारे बीच में नहीं रहे।छात्रों और युवाओं में लोकप्रियता की पैठ
जमा चुके डॉ. कलाम प्रख्यात वैज्ञानिक और राष्ट्रपति होते हुए भी अपनी सादगी
भरी जिन्दगी और विज्ञान-तकनीकी इलाके में अनवरत योगदान के लिए विशेष रूप से जाने जाते
है। आज देश में कितने युवाओं के आदर्श और प्रेरणा स्रोत है। उनकी चर्चित आत्मकथा अग्नि
की उड़ान उनके आत्मसंघर्षो का एक मजबूत दस्तावेज है। कलाम साहेब जितने
लोकप्रिय रहे उनके विचार भी उतने ही लोकप्रिय है। जैसे उनका कहना था, सपने वे नहीं
जो सोने के बाद आते है,सपने वे होते है जो सोने नहीं देते .कलाम जी को हम इस
कार्यक्रम में विशेष तौर पर याद कर रहे है।
और वरिष्ठ शास्त्रीय गायिका और प्रसिद्द गायक पंडित कुमार गन्धर्व जी की पत्नी विदुषी वसुंधरा कोमकली जी भी बीते दिनों हमें छोड़ चली। मूल रूप से देवास, मध्य प्रदेश की कोमकली जी ने कुमार जी के साथ और एकल रूप में भी कई प्रस्तुतियों को ज़रिये हमारी संस्कृति को गौरवशाली बनाया है। विरासत के इन मौकों पर हम उन्हें हार्दिक श्रृद्धांजलि देते हैं।
विरासत के सभी आयोजन साझा आयोजन हैं और इनमें हमें कई संस्थाओं ने सहयोग दिया है जैसे श्री सांवलिया मंदिर मंडल ट्रस्ट, मण्डफिया, विजन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट प्रबंधन, सेन्ट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल प्रबंधन, सेंथी, सैनिक स्कूल प्रबंधन, द आदित्य बिरला पब्लिक स्कूल प्रबंधन, आदित्यपुरम, जवाहर नवोदय विद्यालय प्रबंधन ,मण्डफिया।हम आप सभी के शुक्रगुज़ार हैं।हम आपको बता दें कि स्पिक मैके के आगामी दो अधिवेशनों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है आप आमंत्रित हैं।पहला विंटर नॅशनल कन्वेंशन तेरह से उन्नीस दिसंबर तक आईआईटी रुड़की में होगा। दूसरा अधिवेशन नॅशनल स्कूल इंटेंसिव चौबीस से तीस दिसंबर तक डीपीस स्कूल,कोयम्बटूर में होगा जिसमें केवल कक्षा छ से बारहवीं तक के विद्यार्थी अपने अध्यापको के साथ हिस्सा ले सकेंगे। अधिवेशनों में भोजन और आवास की व्यवस्था स्पिक मैके द्वारा की जाएगी।स्पिक मैके आन्दोलन युवाओं का आन्दोलन हैं आप भी इससे जुड़ेंगे तो हम अपनी संस्कृति का ठीक से पचार-प्रसार कर पायेंगे।हमारा मन है कि निष्काम कर्म की भावना ज़िंदा रहे और फले-फूले।
शुक्रिया।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें