प्रेस विज्ञप्ति
सादर प्रकाशनार्थ
स्पिक मैके उत्सव श्रृंखला -2017 के तहत आदित्यपुरम और चित्तौड़गढ़ में प्रस्तुति
इतिहास को अनुभूत करने का श्रेष्ठ माध्यम है शास्त्रीय संगीत - शर्मिला बिस्वास
चित्तौड़गढ़ 19 अप्रैल 2017
स्पिक मैके उत्सव श्रृंखला-2017 के तहत बुधवार को विख्यात ओडिसी नृत्यागंना शर्मिला बिस्वास द्वारा दो शैक्षणिक संस्थानों में नृत्य प्रस्तुति दी गई।विद्यार्थियों को हमारी सांस्कृतिक ओडिसी नृत्य शैली से रूबरू कराते हुए नृत्यागंना शर्मिला बिस्वास ने कहा कि हमारे गौरवशाली इतिहास को आंतरिक मन से अनुभूत करने का श्रेष्ठ माध्यम शास्त्रीय नृत्य है। हमें वक़्त निकालकर इन कलाओं को समझना और सिखना चाहिए।आज के युवा शास्त्रीय नृत्यों के प्रति बहुत रूचि से हिस्सेदारी करने लगे हैं।विद्यार्थीमन बहुत सहज होता है उन्हें समय रहते हमें अपनी धरोहर से जोड़ना चाहिए।स्पिक मैके यह काम बहुत सिद्धात से कर रहा है मगर शैक्षणिक संस्थानों को और आगे आकर सहयोग करना चाहिए।
स्पिक मैके कोषाध्यक्ष भगवती लाल सालवी ने बताया कि शर्मिला जी की पहली नृत्य प्रस्तुति सेन्ट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल चित्तौड़गढ़ में हुई। नृत्यागंना बिस्वास ने अपने ओडिसा राज्य के पारंपरिक परिधान और श्रृंगार से विद्यार्थियों को एक गहरा आभास दिया वहीं अपनी नृत्य शैली, भाव भंगिमाओं, मुद्राओं से उन्हे खासा प्रभावित एवं प्रेरित किया। कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालय प्राचार्य और स्पिक मैके अध्यक्ष अश्लेष दशोरा ने दीप प्रज्ज्वलन से किया। प्रस्तुति के आरंभ में मंगलाचारण हुआ। नृत्यांगना ने नन्हे बच्चों को मंच पर बुला कर उन्हे नृत्य की कुछ मुद्राए भी सिखाई। यह दृश्य एकदम उर्जावान बना गया जब विद्यार्थी भी ओडिसी नृत्य को कुछ करीब से समझ पाए। नृत्यांगना और संगतकारों की लयबद्ध रचनाएं सभी को मोहित कर गई। यह व्याख्यान शैली का अद्भुत अहसास साबित हुआ। इस अनुभव को सहजता एवं उत्सुकता से लेते हुए बच्चे काफी उत्साहित नज़र आए। कार्यक्रम का संचालन छात्रा सुनिष्का दशोरा और इशिका कंलत्री ने किया। अंत में छात्र रूद्राक्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
दूसरी प्रस्तुति आदित्यपुरम स्थित आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल में हुई। संगीत नाटक अकादमी सम्मान प्राप्त नृत्यागंना शर्मिला बिस्वास,प्राचार्य आर के नायक, स्पिक मैके वरिष्ठ सलाहकार जेपी भटनागर और आदित्य सीमेंट के अधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया। कार्यक्रम के दौरान लक्ष्मण शूर्पणखां संवाद को आर्कषक नृत्य शैली में प्रस्तुत किया । विधार्थियो को नृत्य की इस विधा से परिचय कराते हुए ताल की जानकारी दी। नृत्यागंना के साथ संगतकारो में गायक संकाता कुंडू, वायलिन वादक रमेश चंद्रदास , मृदुल वादक रामच्रंद बेहरा शामिल थे। कलाकारो का स्वागत अध्यापक अनुज शर्मा, सेाना सामरे एवं सुप्ता चक्रवर्ती ने किया। कार्यक्रम का समन्वयन अध्यापक प्रकाश बिदावत ने किया। नृत्यागंना की पूरी प्रस्तुति के दौरान विधार्थीगण बेहद उत्साहित, प्रेरित एवं भाव विभोर नजर आए। यहाँ भी कलाकारों द्वारा रुचिशील और चयनित बच्चों को स्टेज पर बुलाकर योग मुद्राओ से परिचय कराया। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य आर के नायक ने अतिथियो को प्रतिक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। संचालन छात्रा शिवांगी राय ने एवं आभार छात्रा तनिषा गोयल ने व्यक्त किया। दोनों आयोजन के सूत्रधार पूर्णिमा मेहता, चन्दा डांगी, विशाल चारण, जुनैद शैख़, हेमांग सिंह सोलंकी थे। स्पिक मैके समन्वयक शाहबाज पठान ने बताया कि उत्सव का आगामी आयोजन छब्बीस अप्रैल को होगा जिसमें दिव्या गोस्वामी का कथक नृत्य होगा।अंतिम आ आयोजन दो मई को धनंजयन देथानकर के संतूर वादन के रूप में होगा।
सादर
कृष्णा सिन्हा,प्रेस सचिव ,स्पिक मैके चित्तौड़गढ़
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